मोहल्ला लाल सराय निवासी मेहर सिंह (60) प्राइवेट वाहन पर ड्राईवर था। काफी समय से बीमार चल रहा था। वह इलाज के लिए अपने खाते में जमा 2200 रुपये निकालने के लिए करीब 11 बजे एसबीआई की शाखा पर अपने बेटे भूरे सिंह और पत्नी ब्रजवाला के संग पहुंचा था। उसकी हालत को देखते हुए बैंक कर्मचारियों ने उसका शीघ्र भुगतान कर दिया, लेकिन इसी बीच अचानक हालत बिगड़ने पर उसकी मौत हो गई। उसके बेटे भूरे सिंह ने बताया कि पैसे मिलते ही उसके पिता की मौत हो गई। वह पैसे का उपयोग अपने पिता के लिए नहीं कर सका और पिता का शव लेकर अपनी मां के संग घर लौट गया। मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मचा है।