पहले तीन सर्किल से ही पूरे जिले का काम चल रहा था। अब जिले की पांचों तहसील में विभाग के सर्किल बन गए हैं।
जिले में आबकारी विभाग के बिजनौर, धामपुर और नजीबाबाद में ही सर्किल थे। चांदपुर तहसील को बिजनौर और नगीना तहसील को नजीबाबाद सर्किल देखता था। नगीना-चांदपुर तहसील में सर्किल नहीं होने से शराब माफिया हावी हो रहे थे। नगीना तहसील का बढ़ापुर क्षेत्र तो अवैध शराब के लिए खूब बदनाम है। इस इलाके में कच्ची अवैध शराब खूब बनाई जाती है।
चांदपुर क्षेत्र में भी कई शराब माफिया अमीर बन गए हैं। इस इलाके में गैर राज्यों की खूब शराब लाकर बेची जाती है। चांदपुर सर्किल में इंस्पेक्टर संजीव सिंह और नगीना सर्किल में महिला इंस्पेक्टर सविता चौधरी को तैनात किया गया है। जिला आबकारी अधिकारी जर्नादन यादव के मुताबिक शासन ने विभाग के सर्किलों का पुनर्गठन किया है। इसके तहत बिजनौर में चांदपुर-नगीना में भी दो नए सर्किल बने हैं।