काष्ठ उद्यमी मोहल्ला शाहजहीर निवासी शेख अंजार ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि उसका पुत्र मो.असजद (21) बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। 26 अगस्त को उसकी तबीयत खराब हो गई। वह उसकी दवा लेने चिकित्सक के पास जा रहा था। रास्ते में डा. नदीम फारुखी का क्लीनिक है। चिकित्सक ने उन्हें रोक लिया और कहा कि इसका इलाज वह करेगा। इसे घर वापस ले चलो। उसने विश्वास दिलाया कि तीन दिन तक इलाज कराओ तुम्हारा बेटा ठीक हो जाएगा। तीन दिन तक तबीयत में कुछ सुधार नहीं हुआ। 31 अगस्त को उसके बेटे की हालत और बिगड़ गई। इलाज के लिए बिजनौर प्राइवेट चिकित्सक के यहां ले जाया गया, जहां से हालत में सुधार न होने पर मेरठ व बाद में दिल्ली ले जाया गया। एक सितंबर को सुबह 11 बजे उसके बेटे असजद की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में चिकित्सक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। थाना प्रभारी संजय प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी चिकित्सक फरार है और क्लीनिक बंद है।