ठंड का मौसम है वृद्ध महिला व पुरुष बंदरों के भय के चलते अपने मकानों की छतों पर धूप में नहीं बैठ सकते हैं। सुबह से ही बन्दरो का झुंड मकानों की छतों पर मंडराता रहता है। आवारा बन्दरो को नगर से पकड़वाकर वन जंगलों में छुड़वाने के लिए तहसील दिवसों पर भी कई शिकायतें दर्ज कराई गई। लेकिन आज तक तहसील दिवस में दर्ज शिकायतों पर कोई समाधान नहीं हो सका है।
उधर आवारा बंदरों के साथ साथ नगर के चारों आवारा कुत्तों ने भी अपना आंतक मचा रखा है। मौहल्लों से निकलने वाले बाइक सवारों को काटने के लिए दौड़ रहे हैं। जिससे कई लोगों को काटकर घायल भी कर चुके हैं।
नगर के समाज सेवी तंजील अहमद, डाक्टर भूपेश कुमार,रईस अहमद, जमील अहमद,सईद अहमद आदि दर्जनों लोगों ने इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी बिजनौर व एसडीएम नगीना की ओर ध्यान दिलाकर। नगर में बढ़ते आवारा बन्दरो व कुत्तों के बढ़ते आंतक को देखते हुए। नगर पालिका नगीना को निर्देश जारी कर। आवारा बन्दरो व कुत्तों को नगर से पकड़वाकर वन जंगलों में छुड़वाने कि मांग की है।