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बिजनौर में गंगा बैराज पुल क्षतिग्रस्त, वाहनों का आवागमन रोका
उत्तराखंड और दिल्ली से जिले को जोड़ने वाले दिल्ली-पौड़ी नेशनल हाईवे पर बना गंगा बैराज पुल क्षतिग्रस्त हो गया। सुरक्षा की दृष्टि से पुल पर शुक्रवार को दिन भर वन वे ट्रैफिक कर चलाया गया।
ज़िले में बरसा ओला, बिछी बर्फ की चादर
बिजनौर : फरवरी माह का पूरा महीना मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच ही गुजरा। बुधवार को मौसम में परिवर्तन हुआ, तेज हवा के साथ बारिश और जमकर ओलावृष्टि हुई। करीब बीस मिनट भयंकर ओलावृष्टि होने से खेतों, सड़क व मकानों पर कई इंच जमा हो गया।
ज़िले में आज पहुँचेंगे प्रधानमंत्री, सुरक्षा के इंतज़ाम पुख़्ता
ज़िला बिजनौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज होने वाले आगमन को लेकर बुधवार को पुलिस और प्रशासन की तैयारियां जोरों पर रहीं। भिक्कावाला के सेंट मेरी इंटर कॉलेज में बनाए गए हेलीपैड पर वायुसेना के हेलीकाप्टर उतार कर लैंडिंग का पूर्वाभ्यास किया गया।
मायावती लड़ेंगी लोकसभा चुनाव, नगीना लोकसभा सीट तय
राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद फिलहाल किसी भी सदन की सदस्य नहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने अब तय कर लिया है कि वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। बिजनौर जिला की नगीना सुरक्षित संसदीय सीट से उनका चुनाव लडऩा तय माना जा रहा है।
राजनीति के शिकार, बेचारी गाय और किसान
सियासत के दो पाटों के बीच गाय पिस रही है। गोरक्षा, गोकशी और भीड़ हिंसा के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में तलवारें खिंची रहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के सख्त तेवर देख सरकारी अमला गोवंशीय पशुओं के पीछे दौड़ रहा है।
गंदे पानी में धुल रही सब्जियां
नजीबाबाद: शहर की सीमा से सटकर बहने वाली मालन नदी के गंदे पानी में आसपास खेती करने वाले किसान सब्जियां धो रहे हैं, जिसके बाद यही सब्जियां बाजार ले जाकर बेची जा रही हैं। ऐसे में बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है।
टूटी सड़कें, 75 दिन, 82 मौतें
डेढ़ साल बाद भी सड़कों के जख्म नहीं भरे गए हैं। जिले की कई सड़कों की हालत बद से बदतर है। सड़कों में गहरे गहरे गड्ढ़े व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। अफसर और नेता इन पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। स्थिति यह है कि सड़क हादसों में 75 दिनों में ही 82 से ज्यादा जान जा चुकी हैं। इसके बावजूद भी सड़कों के गड्ढों की अनदेखी की जा रही है।
मिट्टी में भी घुला ‘जहर’
बिजनौर में पानी के बाद जिले की मिट्टी भी जहरीली हो गई है। जिले के कई गांवों की मिट्टी में प्रारंभिक जांच में आर्सेनिक पाया गया है।
सड़क ख़त्म, अब केवल गड्ढे ही गड्ढे
हरिद्वार-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरना है तो जान हथेली पर रखना होगा। दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड की अनदेखी से करीब 80 किलोमीटर हाईवे अपनी पहचान खो चुका है। मार्ग पर गड्ढों के साथ जगह-जगह फैली रोड़ी राहगीरों के लिए खतरे की घंटी बजा रही है।
ज़िले मे जहरीले कणों के साथ हो सकती है बारिश
निरंतर बढ़ते वायु प्रदूषण और हाल ही में दीपावली पर हुए बेतहाशा वायु प्रदूषण होने के बाद जल्द ही जनपद बिजनौर और आसपास के जनपदों की परेशानी में इजाफा होने वाला है। दरअसल मौसम विज्ञानियों, चिकित्सकों और भूगोलविदों की मानें, तो शीत की पहली बारिश इंडस्ट्रियल एरिया में कुछ क्षणों के लिए अम्लीय हो सकती है।