Sunday, 09 May 2021 16:15

जूनियर स्टाफ के भरोसे नगीना सीएचसी

Written by
Rate this item
(1 Vote)

सीएचसी नगीना के चिकित्सा अधीक्षक कोरोना पाजिटिव होने के कारण होम क्वारंटाइन हैं। इस समय कोई भी चिकित्सक नगीना सीएचसी पर तैनात नहीं है जबकि यहां तीन कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। सीएचसी जूनियर स्टाफ के सहारे चल रही है।

तीनों को सीएचसी में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। वहां उनका उपचार किया जा रहा है। एक कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इन मरीजों को पीएचसी कोतवाली प्रभारी प्रमोद देशवाल द्वारा भर्ती कराया गया है और उन्हीं की देखरेख में उपचार जारी है। उधर, प्रमोद देशवाल का कहना है कि नगीना सीएचसी में भर्ती कोरोना पाजिटिव मरीजों में से एक जसपुर व दूसरा बिजनौर का है। वे उनकी देखरेख में उपचाराधीन है। तीसरे मरीज का डा. नवीन कुमार की देखरेख में इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि मरीजों को आक्सीजन के साथ-साथ कोरोना संबंधित उपचार भी दिया जा रहा है। चिकित्सक न होने के बावजूद इस संकट की घड़ी में नगीना सीएचसी पर तैनात जूनियर स्टाफ अहम भूमिका निभा रहा है। गंभीर मरीजों को रेफर करने से लेकर कोरोना मरीजों को आक्सीजन व दवाई उपलब्ध कराने का सभी कार्य जूनियर स्टाफ द्वारा बखूबी निभाया जा रहा है। लोगों ने उच्च अधिकारियों से सीएचसी को एक चिकित्सक उपलब्ध कराने की मांग की है।

नगीना: बुखार से पीड़ित एक शिक्षिका की सीएचसी नगीना पर पहुंचते ही मौत हो गई।

नगर के मोहल्ला काजी सराय प्रथम निवासी एक शिक्षिका 19 अप्रैल को चुनावी ड्यूटी कर लौटी थीं। स्वजन के अनुसार तभी से वे बुखार की चपेट में थी। शनिवार सुबह 9 बजे अचानक उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई। स्वजन उपचार हेतु सीएचसी नगीना लाए, जहां सीएचसी पहुंचते ही उन्होंने दम तोड़ दिया। स्वजन ने बताया कि शिक्षिका ग्राम बिजाहेड़ी के प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत थीं।

Additional Info

Read 761 times

Leave a comment