संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर जारी गरमागरम बहस के बीच नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने इस बार जो साहसिक कदम उठाया, यदि सरकार ने उसका भरपूर साथ दिया होता, तो आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री होते

चंद्रशेखर ने जोर देते हुए कहा कि इस बार पाक अधिकृत कश्मीर (POK) को वापस लेने का एक सुनहरा अवसर था, जिसे खो दिया गया। उन्होंने सरकार पर इस ऐतिहासिक मौके को गँवा देने का आरोप लगाया।

विदेश नीति पर भी उठाए सवाल

सांसद चंद्रशेखर ने भारत की विदेश नीति पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने पूछा, “क्या हमारी विदेश नीति में इतनी कमजोरी आ गई है कि इस बार कोई भी अरब देश भारत के साथ खड़ा नहीं दिखाई दिया?” उन्होंने यह याद दिलाया कि 1965, 1971 और 1999 के युद्धों में अरब देशों ने पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया था, फिर इस बार ऐसा क्यों हुआ?

आतंकियों की घुसपैठ पर गंभीर सवाल

सांसद ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं का ज़िक्र करते हुए कहा, “अगर हमारी खुफिया एजेंसियों को पहले ही इनपुट मिल चुके थे, तो समय रहते कारवाई क्यों नहीं की गई? पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर कोई प्रभावी कदम क्यों नहीं उठाए गए?”

अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को होना चाहिए मुखर

उन्होंने यह भी मांग की कि भारत को वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए और मांग करनी चाहिए कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई नहीं करता, तब तक उसे कोई भी आर्थिक मदद नहीं दी जाए।

प्रधानमंत्री की चुप्पी पर उठाया सवाल

सांसद चंद्रशेखर ने यह भी पूछा कि "हमले के बाद प्रधानमंत्री ने पहलगाम का दौरा क्यों नहीं किया? जब राष्ट्र आहत है, तब नेतृत्व का वहां होना बहुत आवश्यक था।”

सेना के लिए उठाई महत्वपूर्ण मांग

चंद्रशेखर ने संसद में सेना और अर्धसैनिक बलों के हित में भी आवाज़ उठाई। उन्होंने मांग की कि "इन जांबाजों के वेतन को पूरी तरह टैक्स फ्री किया जाना चाहिए, क्योंकि वे अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा करते हैं।"