जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी नए सर्किल रेट की सूची ने ज़िले भर में जमीन खरीद-बिक्री की तस्वीर को एक बार फिर बदल दिया है। तहसील मुख्यालयों और रजिस्ट्री कार्यालयों में नई सूची चस्पा कर दी गई है और इसे देखने वालों की भीड़ लगातार उमड़ रही है।
इस बार औसतन 15% तक सर्किल रेट बढ़ा दिए गए हैं, हालांकि राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) से सटे कृषि भूमि के दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सबसे अधिक इज़ाफा नई कॉलोनियों में देखा गया है, जहां पहले गांवों की दरें लागू थीं।
22 जुलाई तक आमजन दे सकते हैं आपत्ति
नए रेट्स पर आमजन से आपत्तियाँ 22 जुलाई तक मांगी गई हैं। ज़िला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि 1 अगस्त से संशोधित सर्किल रेट प्रभावी रूप से लागू कर दिए जाएंगे। इस महीने पुराने दरों पर ही रजिस्ट्री होंगी।
नगीना में बढ़े सर्किल रेट्स (प्रति वर्ग मीटर)
नगीना, जोकि अपनी ऐतिहासिक विरासत, हस्तशिल्प और लकड़ी के काम के लिए प्रसिद्ध है, अब रियल एस्टेट के नक्शे पर भी उभर रहा है। शहर की प्रमुख कॉलोनियों में सर्किल रेट्स में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है:
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पंजाबी कॉलोनी – ₹17,500 से बढ़कर ₹20,100
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लाल सराय – ₹15,500 से बढ़कर ₹17,800
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विश्नोई सराय – ₹12,100 से बढ़कर ₹13,900
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क्षत्रिय नगर – ₹11,600 से बढ़कर ₹13,600
यह इज़ाफा नगीना में रियल एस्टेट की बढ़ती मांग और बढ़ते शहरीकरण को दर्शाता है।
नगीना: लकड़ी की कारीगरी से लेकर रियल एस्टेट तक
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में स्थित नगीना, अपनी मशहूर लकड़ी की नक्काशीदार वस्तुओं के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है। यहां का हस्तशिल्प यूरोप और खाड़ी देशों तक निर्यात होता है। अब बढ़ते शहरी विकास, बेहतर सड़क संपर्क और स्थानीय व्यापारिक गतिविधियों ने नगीना को निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बना दिया है।
अन्य प्रमुख क्षेत्रों में बदलाव:
बिजनौर शहर
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सराफा बाजार से डाकखाना चौराहा – ₹1.01 लाख से ₹1.16 लाख
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सिविल लाइन – ₹85,000 से ₹1.20 लाख
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शास्त्री चौक से सेंट मैरी चौक – ₹51,000 से ₹64,000
धामपुर
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पंजाबी कॉलोनी – ₹19,000 से ₹22,000
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पहाड़ी दरवाजा – ₹13,000 से ₹14,000
चांदपुर
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अंबेडकर चौक से बास्टा रोड बजाज ऑटो तक – ₹35,000 से ₹46,000
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चरण सिंह चौक से रेलवे फाटक तक – ₹40,000 से ₹52,000
नजीबाबाद
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गोविंद नगर कॉलोनी – ₹13,200 से ₹15,900
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कल्लूगंज कॉलोनी – ₹35,000 से ₹39,600
एआईजी स्टांप आशुतोष जोशी ने क्या कहा?
"जिन क्षेत्रों में बाजार मूल्य और सर्किल रेट में भारी अंतर था, केवल वहीं सर्किल रेट बढ़ाए गए हैं। विशेष रूप से उन कॉलोनियों में जहां अभी तक ग्रामीण दरें लागू थीं, अब शहरी दरों के आधार पर संशोधन किया गया है।"
क्या है सर्किल रेट?
सर्किल रेट वह न्यूनतम दर है जिस पर सरकारी दस्तावेज़ों में ज़मीन की खरीद-बिक्री की जाती है। इससे कम पर रजिस्ट्री नहीं होती, जिससे सरकार को स्टांप शुल्क और रजिस्ट्रेशन फीस मिलती है।
नोट: नए सर्किल रेट से जमीन के क़ीमतें तो बढ़ेंगी ही, इसके साथ ही स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क भी अधिक देना पड़ेगा।
यदि आपको किसी सर्किल रेट पर आपत्ति है, तो 22 जुलाई तक अपनी आपत्ति संबंधित तहसील या रजिस्ट्री कार्यालय में दर्ज करवाएं।
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