Friday, 14 September 2018 12:42

मोहित पेट्रो केमिकल सील, जीएम गिरफ्तार

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bijnor blast

बिजनौर में मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में बुधवार को मिथेन गैस का टैंक फटने से सात लोगों की मौत के बाद बृहस्पतिवार शाम प्रशासन ने फैक्ट्री को सील कर दिया। आबकारी विभाग, प्रदूषण नियंत्रण विभाग, कारखाना विभाग की टीम ने जांच के बाद फैक्ट्री को चलने योग्य नहीं माना। अपनी रिपोर्ट इन विभागों ने प्रशासन को सौंप दी। वहीं, रात में फैक्ट्री के जीएम सुरेश पंवार को शहर कोतवाली पुलिस ने रोडवेज बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया गया।

नगीना मार्ग स्थित मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में बुधवार सुबह करीब पौने आठ बजे मिथेन गैस का टैंक फटने से टैंक के ऊपर वेल्डिंग कर रहे सात मजदूरों की मौत हो गई थी। जबकि चार घायल हो गए थे। भीषण हादसे के बाद डीएम और एसपी ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की थी। फैक्ट्री स्वामी और अन्य अफसर मौके से फरार हो गए थे। हादसे से गुस्साए लोगों ने मुआवजे और फैक्ट्री स्वामी पर कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया था। इस मामले में फैक्ट्री स्वामी कुलदीप जैन और मुख्य प्रबंधक के खिलाफ शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
कारखाना इंस्पेक्टर मेरठ, आबकारी विभाग, प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम इस घटना की जांच पड़ताल में जुट गई। इन विभागों ने घटना के लिए फैक्ट्री के प्रबंध तंत्र को जिम्मेदार माना है। टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री सुरक्षा की दृष्टि से चलने योग्य नहीं है। इसके बाद फैक्ट्री को सील करने का निर्णय लिया गया।
बृहस्पतिवार शाम करीब साढ़े चार बजे एसडीएम बृजेश सिंह, सीओ सिटी महेश कुमार, प्रदूषण नियंत्रण विभाग के आरओ जीसी वर्मा, आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार समेत कई अफसर फैक्ट्री पर पहुंचे और फैक्ट्री को सील कर दिया। फैक्ट्री के सील होने के दौरान मौके पर लोगों की वहां भीड़ लग गई। एसडीएम बृजेश सिंह के मुताबिक तीन विभागों की रिपोर्ट मिलने के बाद फैक्ट्री को सील किया गया है। तीनों ने फैक्ट्री को सुरक्षा के लिहाज से चलने योग्य नहीं माना है।

भागने की फिराक में था मुख्य प्रबंधक

पुलिस ने मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री के मुख्य प्रबंधक सुरेश पंवार को बृहस्पतिवार की रात रोडवेज बस स्टैंड के पास से दबोच लिया है। पुलिस के मुताबिक बिजनौर के मालती नगर कालोनी निवासी सुरेश पंवार फैक्ट्री में मुख्य प्रबंधक हैं। बृहस्पतिवार की रात वह कहीं भागने की फिराक में थे। पुलिस को इसकी भनक लग गई। पुलिस ने सुरेश पंवार को दबोच लिया। एसपी उमेश कुमार सिंह ने सुरेश पंवार को गिरफ्तार करने की पुष्टि की है। शहर कोतवाल बिजेंद्र पाल राणा के मुताबिक सुरेश पंवार फैक्ट्री के मुख्य प्रबंधक हैं। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

"प्रारंभिक जांच के बाद फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। फैक्ट्री स्वामी की ओर से शुुक्रवार को मृतक आिश्रतों को मुआवजे के चेक सौंपे जाएंगे। बृहस्पतिवार को परिजन मृतकों के दाह संस्कार में लगे थे, इसलिए चेक नहीं दिए जा सके। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है " - अटल कुमार राय, डीएम।

मजदूरों के गांवों में छाया मातम

जलीलपुर/बरूकी/जंदरपुर। मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में मरे मजदूरों के शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गंगा बैराज पर शवों का अंतिम संस्कार किया गया। गधेली निवासी बाल गोविंद के छह साल के बेटे देव ने पिता के शव को मुखाग्नि दी।

हादसे में गांव धींवरपुरा के विक्रांत की भी मौत हो गई थी। परिजन और ग्रामीण सूचना मिलते ही फैक्ट्री पर आ गए थे। बुधवार देर रात जब विक्रांत का शव गांव में पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया। गांव गधेली निवासी गोविंद उर्फ पप्पू का शव पोस्टमार्टम के बाद रात में जैसे ही गांव में पहुंचा तो कोहराम मच गया। बाल गोविंद की पत्नी माया देवी, पुत्री शीतल, ज्योति, सरिता और विनीता का रो-रोकर बुरा हाल था। बृहस्पतिवार को बाल गोविंद के शव का अंतिम संस्कार बैराज घाट पर किया गया। चिता को उसके छह वर्षीय पुत्र देव ने मुखाग्नि दी। सपा विधायक मनोज पारस ने बाल गोविंद के परिजनों को ढांढस बंधाया। गांव गजरौलाशिव निवासी रवि के परिजनों का भी रो रोकर बुरा हाल रहा। ग्रामीणों के मुताबिक रवि कुछ समय पहले सहारनपुर में काम करता था। उसने सहारनपुर निवासी रूबी से । प्रेम विवाह किया था। दोनों परिवारों में सुलह होने से रवि और रूबी बहुत खुश थे। 25 साल की उम्र में ही रवि की मौत से सभी दुखी थे। रूबी तो रवि के शव से लिपटकर कई बार बेहोश हो गई।

हादसे के बाद 150 लोग हुए बेरोजगार

फैक्ट्री भले ही बंद हो गई हो, लेकिन यहां पर काम करने वाला करीब 150 लोगों का स्टाफ बेरोजगार हो गया है। ये लोग दिन रात की शिफ्ट में फैक्ट्री में काम करते थे। फैक्ट्री में काम करके ही इन लोगों का रोजगार चलता था। आसपास के गांव वालों के लिए यह फैक्ट्री ही रोजगार का आसान जरिया है।

सिर में चोट व केमिकल के कारण हुई मौत 

नगीना मार्ग स्थित मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में मरे सात में से पांच श्रमिकों की मौत सिर में चोट लगने से तथा दो की मौत केमिकल वर्न के कारण के कारण हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है। बुधवार को मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में मिथेन गैस का टैंक फटने से सात मजदूरों की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार चेतराम सिंह, रवि कुमार, विक्रांत, कमलवीर, बालगोविंद की मौत सिर में चोट लगने और अभयराम और लोकेंद्र की मौत केमिकल वर्न (केमिकल से झुलसने) के कारण हुई थी।

खेतों में डाल दिया फैक्ट्री का केमिकलयुक्त पानी

बिजनौर में मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में टैंक से निकाला गया गंदा पानी खेतों में डाल दिया गया। बुधवार को मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री का मिथेन गैस का टैंक फटने से सात लोगों की मौत हो गई थी। अभयराम लापता हो गया था। अभयराम की तलाश में टैंक में भरा गंदा पानी निकाला गया था। दिखाने को तो यह गंदा पानी नगर पालिका के टैंकों में भरवाकर फैक्ट्री से बाहर निकलता दिखाया गया, लेकिन यह पानी चुपचाप फैक्ट्री के आसपास के खेतों में डाल दिया गया। बृहस्पतिवार को जब किसान खेतों में काम करने पहुुंचे तो उन्हें गंदा पानी डाले जाने का पता चला। गांव वाले इस मामले में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सात लोगों की मौत के बाद भी फैक्ट्री मालिक मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।

21 घंटे बाद टैंक से निकला अभयराम का शव

बिजनौर में मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री के मिथेन गैस के टैंक में फंसे अभयराम के शव को 21 घंटे बाद निकाला जा सका। इसके लिए पुलिस को पूरी रात मशक्कत करनी पड़ी। बुधवार सुबह 7:50 बजे हादसा हुआ और बृहस्पतिवार सुबह करीब 05:00 अभयराम के शव को गैस कटर से टैंक की रॉड को काटकर निकाला गया। घटना के बाद से ही लापता अभयराम की तलाश शुरू हो गई थी। आशंका जताई जा रही थी कि अभयराम विस्फोट के बाद टैंक में गिर गया होगा। ग्रामीण अभयराम के साथ कई लोगों के टैंक में फंसे होने का दावा कर रहे थे। कई बार टैंक में भरे केमिकल युक्त पानी को निकाला गया। बुधवार शाम करीब पांच बजे फिर से टैंक के पानी को निकालना शुरू किया गया। इस दौरान टैंक की रॉड में अभयराम का शव फंसा दिखाई दिया। शव के हाथ-पैर नजर आ रहे थे। लोगों ने समझा कि दो शव रॉड में फंसे हुए हैं। बाद में टैंक का पानी निकलने पर पता चला कि शव एक ही है। बाद में शव की शिनाख्त अभयराम के रूप में हुई।

परिजनों को नहीं दिए गए मुआवजे के चेक

बिजनौर में मोहित पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में सात लोगों की मौत के मामले में मृतक आश्रितों को को अब तक मुआवजे के चेक नहीं दिए गए।बुधवार को पेट्रो केमिकल फैक्ट्री में हादसे में सात लोगों की मौत के बाद हर किसी में गम और गुस्सा था। हर कोई फैक्ट्री मालिकों और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहा था। अफसर भी कार्रवाई करने की हुंकार भर रहे थे। फैक्ट्री स्वामी कुलदीप जैन और मुख्य प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। शाम को डीएम आवास पर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। जिसमें मृतक आश्रितों को 12-12 लाख रुपये, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और परिवार के बच्चों को ग्रुप के स्कूलों में इंटरमीडिएट तक नि:शुल्क शिक्षा देने पर सहमति बनी। ग्रुप के एक सदस्य ने इस पर मुहर भी लगा दी, जिसे कुलदीप जैन का भाई बताया जा रहा था। डीएम ने दावा किया था कि मृतकों के परिजनों को देने के लिए चेक उनके पास आ गए हैं जो बृहस्पतिवार को दे दिए जाएंगे। लेकिन कोई चेक मृतकों के परिजनों को नहीं दिया गया।

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